हर कोई गेम खेलना पसंद करता है और आजकल के समय में मोबाइल गेमिंग का ट्रेंड बढ़ता ही जा रहा है लेकिन गेम खेलने का असली मजा तो जॉयस्टिक के जरिए आता है। आपने जॉयस्टिक जरूर देखी होगी तो आज इस आर्टिकल में आपको Joystick Kya Hai? उसके बारे में जानकारी देने की कोशिश करेंगे तो आप भी अगर Joystick Kya Hai यह जानने में रुचि रखते है तो आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े।
Joystick Kya Hai? (What is Joystick?)
जॉयस्टिक एक डिवाइस है जो गाड़ी के गियर के जैसा दिखता है जिसकी मदद से हम गेम खेलते है आपने भी कहीं न कही जॉयस्टिक जरूर देखा होगा या उसकी मदद से गेम भी खेला होगा।
जॉयस्टिक कंप्यूटर के लिए इनपुट डिवाइस है। जॉयस्टिक में होने वाली हर क्लिक और मूवमेंट को कंप्यूटर समझ सकता है। यह एक 360 डिग्री घूमने वाला स्टिक जिसकी मदद से हम कंप्यूटर के डिस्प्ले के चित्र को नियंत्रित कर सकते है।
एक आसान परिभाषा में बताऊं तो जॉयस्टिक एक ऐसा डिवाइस है जिसकी मदद से प्वाइंटर या कर्सर को नियंत्रित किया जा सकता है।
Joystick Kaise Kam Karta Hai?
यह भी पढ़े: Nothing किस देश की कंपनी है?
जॉयस्टिक में एक से अधिक बटन होते है और उससे हर तरफ घुमाया जा सकता है और इसी के कारण गेम खेलने में काफी मजा आता है।
जोयस्टीक के नीचे की तरफ पोटिश्योमिटर लगा होता है। पोर्टेशियोमीटर एक ऐसी चीज है जिसके मदद से कंप्यूटर को कमांड दिया जा सकता है। यह जॉयस्टिक के मदद से कर्सर या प्वाइंटर आगे-पीछे दाए-बाए हो सकता है। यह चीज के कारण जॉयस्टिक वापिस अपने मूल रूप यानी स्थिर हो जाता है।
जॉयस्टिक के नीचे की तरफ एक Base होता है जो उससे खड़ा रखने में मदद करता है उसके अलावा बीच में एक स्टिक यानी डंडे जैसा होता है जो हाथ से पकड़ा जाता है और आगे-पीछे दाए-बाए किया जा सकता है। जॉयस्टिक के उपर की और कुछ बटन होते है जिससे गेम में अलग अलग तरह से इस्तेमाल किया जाता है।
जॉयस्टिक को यह सारे कमांड्स कंप्यूटर की मदद से मिलते है तो उससे Usb cable के मदद से कंप्यूटर से जोड़ा जाता है। वर्तमान समय में वायरलेस जॉयस्टीक भी उपलब्ध है जो ब्लूटूथ की मदद से कनेक्ट की जाती है।
जॉयस्टिक की खोज
आपको यकीन नही होगा लेकिन जॉयस्टिक की खोज गेम खेलने के लिए नही बल्के विमानों की एरिलोना और एलिवेटर को नियंत्रित करने के लिए बनाया गया था। यह खोज सन् 1908 में हुई थी। इसका इस्तेमाल विमान की पुंछ को नियंत्रित करने के लिए भी किया गया था।
जॉयस्टिक का नाम 20वी सदी में पड़ा ऐसा माना जाता है। जॉर्ज एक उडाका था और उन्होंने जॉर्ज-स्टिक पहली बार शब्द का प्रयोग किया था लेकिन जॉयस्टिक नाम किसने रखा उसके बारे में और भी अविष्कारक है ऐसा भी माना जाता है।
1972 में सबसे पहला गेमिंग के लिए जॉयस्टिक बनाया गया जिसमे उस जमाने से ही गोली दागने वाला बटन मौजूद था जो गोली दागने,मिसाइल दागने वाले गेम खेलने के लिए बनाया गया था उसके अलावा उस समय में सिम्युलेशन गेम भी काफी प्रचलित हुआ करते थे जैसे विमान उड़ने वाले गेम, फाइटर प्लेन जिसमे सिमुलेशन के साथ साथ गोली भी दागनी होती थी।
जॉयस्टिक के प्रकार
जॉयस्टिक के कई सारे प्रकार है। यह अलग अलग प्रकार के जॉयस्टिक अलग अलग काम के लिए जाने जाते है।
जॉयस्टिक के 5 प्रकार है।
- डिजिटल जॉयस्टिक
- पैडल जॉयस्टिक
- एनालॉग जॉयस्टिक
- PC एनालॉग जॉयस्टिक
- जोयपैड
1. डिजिटल जॉयस्टिक
वर्तमान समय में जो भी जॉयस्टिक कंप्यूटर के साथ इस्तेमाल किया जाता है वो डिजिटल जॉयस्टिक होती है। डिजिटल जॉयस्टिक का इस्तेमाल मात्र डिजिटल कंप्यूटर के साथ ही किया जा सकता है।
यह प्रकार की जॉयस्टिक आगे-पीछे दाए-बाए आसानी से घुमा सकते है और जो भी गेम है उसका पूरी तरह से मजा उठा सकते है। डिजिटल जॉयस्टिक को “Atari Style” जॉयस्टिक के नाम से भी पहचाना जाता है।
2. पैडल जॉयस्टिक
पैडल जॉयस्टिक सबसे पुराना जॉयस्टिक का प्रकार है यह जॉयस्टिक में एक घुंडी का इस्तेमाल होता है यह घुंडी का उपयोग गेम को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। पैडल जॉयस्टिक पोटेंशियोमीटर और बटन के मदद से बनता है।
ज्यादातर लोग पैडल जॉयस्टिक का इस्तेमाल गेम खेलने के लिए करते है। यह जॉयस्टिक पहली बार एक गेम के साथ डिस्प्ले पर आने वाले रॉकेट को नियंत्रित करने के लिए दिया गया था उसके बाद यह काफी सारे गेम में इस्तेमाल किया जा रहा है।
3. एनालॉग जॉयस्टिक
एनालॉग जॉयस्टिक 2 जॉयस्टिक का संगम है यह जॉयस्टिक में डिजिटल जॉयस्टिक और पैडल जॉयस्टिक का समावेश होता है। कर्सर और प्वाइंटर को नियंत्रित करने के लिए अन्य जॉयस्टिक की तरह पोटेंशियोमीटर का उपयोग किया जाता है। एनालॉग जायस्टिक के मदद से भी गेम खेले जा सकते है।

4. PC एनालॉग जॉयस्टिक
PC एनालॉग जॉयस्टिक में काफी सारे बटन होते है जो एनालॉग जॉयस्टिक जैसा होता है। यह जोयस्टिक को कंप्यूटर के साथ जोड़ने के लिए USB cable का इस्तेमाल किया जाता है। वर्तमान समय में घरेलू कंप्यूटर के साथ इस्तेमाल करने के लिए आम हो गया है। यह जॉयस्टिक का इस्तेमाल सर्व प्रथम IBM ने अपने कम्प्यूटर के साथ किया था।
5. जोयपैड
वर्तमान समय में सबसे ज्यादा इस्तेमाल में आने वाला प्रकार जोयपैद है। यह जोयपैड का इस्तेमाल फोन और कंप्यूटर दोनो में किया जा सकता है। यह जॉयस्टिक में एक D-Pad यानी Direction Pad होता है जो अलग अलग दिशाओं में जा सकता है।
वर्तमान समय में 2 तरह के जोयपैड उपलब्ध है एक वायर वाला यानी USB Cable वाला और दूसरा वायरलेस यानी ब्लूटूथ वाला, यह दोनो से मोबाइल और कंप्यूटर दोनो में गेम खेलने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
यह भी पढ़े: जॉयस्टिक क्या है?
काफी सारे गेमिंग कंसोल होते है उसके साथ वायरलेस और वायर वाले जॉयस्टिक दिए जाते है वह जोयपैड है। वर्तमान समय में गेमिंग के बढ़ते हुए ट्रेंड के साथ यह जोयपैड की मांग में इजाफा हुआ है और उसे के कारण सस्ते में यह जोयपैड बाजार में उपलब्ध है।
जॉयस्टिक पोर्ट के प्रकार
वर्तमान समय में कंप्यूटर से जॉयस्टिक को जोड़कर भरपूर प्रमाण में इस्तेमाल होता है और यह जॉयस्टिक को कंप्यूटर से जोड़ने के लिए USB का इस्तेमाल किया जाता है। वर्तमान समय में USB Port के अलावा अन्य पोर्ट का भी उपयोग किया जाता है जिसकी सूची नीचे प्रदान की गई है।
- ब्लुटूथ (वायरलेस)
- गेम पोर्ट
- सीरियल पोर्ट
- USB
- Type C पोर्ट
फिलहाल से समय में मोबाइल से भी गेमिंग करना लोग पसंद करने लगे है जिसके कारण कम्पनी टाइप C पोर्ट और ब्लूटूथ का विकल्प भी देने लगी है।
जोयस्टिक के अनेक उपयोग
दोस्तो जॉयस्टिक का मुख्य उपयोग गेम खेलने के लिए किया जाता है। जॉयस्टिक के मदद से गेम खेलने का अनुभव काफी बेहतर हो जाता है।
लेकिन इसके आलावा भी जॉयस्टिक का उपयोग कई जगह किया जाता है जैसे,
- विमान में कंट्रोलर के रूप में
- बड़े बड़े उद्योग में असेंबली लाइन कंट्रोल करने,एलिवेटर, क्रेन आदि को नियंत्रित करने
- कुछ मशीनों और वाहनों में
- दिव्यांग लोगो के व्हील चेयर में
यहां पर अलग अलग तरह के जॉयस्टिक का इस्तेमाल होता है कंप्यूटर में गेम के खेलने के लिए इस्तेमाल होने वाला जॉयस्टिक और विमान या उद्योग में इस्तेमाल होने वाला जॉयस्टिक में जमीन-आसमान जितना फर्क है।
दिखने में हमे दोनो एक तरह के ही लगते है लेकिन उनकी बनावट और रचना काफी विभिन्न होती है।
जॉयस्टिक के अनेक फायदे
- कम्प्यूटर से जॉयस्टिक को जोड़कर गेम खेला जा सकता है।
- उद्योग में असेंबली लाइन के प्रोडक्ट को कही पहुंचने में आसानी
- दिव्यांग लोगो के व्हील चेयर में आगे पीछे दाएं बाएं करने में आसानी
- शूटिंग,रेसिंग, सिम्युलेशन वाली गेम में विभिन्न अनुभव
- विविध बटन के अलग अलग इस्तेमाल किए जा सकते है।
- हर तरह की गेम खेली जा सकती है।
- गेम खेलने में ज्यादा स्पीड प्रदान करता है।
यह भी पढ़े: Text को Voice में कैसे बदले?
जॉयस्टिक के नुकसान
- ज्यादा मूवमेंट पर टूट जाने का जोखम
- इस्तेमाल न होने पर सही से कम न करना
- एक ही स्थिति में हाथ रहने पर हाथ में दर्द
- पुराने कम्प्यूटर के साथ काम नहीं करते
- कई गेम में कीबोर्ड और जॉयस्टिक को एक साथ चलने में मुश्किल होता है।
- स्क्रीन के प्वाइंटर को जॉयस्टिक की मदद से चलाना काफी मुश्किल होता है
- माउस की कीमत से जॉयस्टिक की कीमत अधिक होती है।
आज हमने क्या जाना
दोस्तो आज इस आर्टिकल में आपको Joystick Kya Hai? उसके बारे में जरूरी सभी जानकारी देने की कोशिश की है तो उम्मीद है Joystick Kya Hai? उसके बारे में पता चल गया होगा।
1 thought on “जॉयस्टिक क्या है? | जॉयस्टिक कंप्यूटर की कौन सी डिवाइस है?”