10 में से 7 भारतीय CEOs को व्यापार विकास में चुनौतियों का सामना: KPMG 2024 सर्वे

Indian CEOs growth challenges

KPMG 2024 India CEO Outlook सर्वे में भारतीय CEOs ने अगले तीन वर्षों में व्यापार विकास में गंभीर चुनौतियों का अनुमान लगाया है। सर्वे के अनुसार, 10 में से 7 भारतीय CEOs (70%) को मानना है कि व्यापार में बाधाएं आएंगी, जिसमें मुख्य रूप से rising cost of living, complex trade regulations, cybersecurity threats, और talent shortages जैसी चुनौतियाँ शामिल हैं।

CEOs की प्रमुख चिंताएँ

भारतीय CEOs के सामने कई महत्वपूर्ण चिंताएँ उभरकर आई हैं। इनमें सबसे अहम हैं:

  • रोजमर्रा की ज़िन्दगी की लागत बढ़ने से व्यापार की लागत में इज़ाफा हो रहा है।
  • व्यापार नियमों की जटिलता, विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, भारतीय CEOs के लिए एक बड़ी चुनौती है।
  • Cybersecurity threats अब पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गए हैं क्योंकि डिजिटल तकनीकों के बढ़ते उपयोग के साथ सुरक्षा चिंताएँ बढ़ रही हैं।
  • Talent shortages भी एक प्रमुख समस्या बनी हुई है, जिससे योग्य कर्मचारियों की भर्ती और प्रशिक्षण में समस्याएँ आ रही हैं।

संचालन संबंधी समस्याएँ बनीं प्रमुख चिंता

KPMG सर्वे के अनुसार, operational issues भारतीय CEOs के लिए एक बढ़ती हुई चिंता बन गई हैं। 2024 में 16% भारतीय CEOs ने इसे अपनी कंपनी के विकास के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया है, जबकि 2023 में यह संख्या 10% थी। इसके पीछे प्रमुख कारण यह है कि disruptive technologies के उभरने से CEOs के लिए नए-नए ऑपरेशनल मुद्दों से निपटना चुनौतीपूर्ण हो गया है।

प्रतिष्ठा जोखिम और बदलती चुनौतियाँ

सर्वे से यह भी सामने आया कि CEOs अब reputational risk को भी एक बड़ी चुनौती के रूप में देख रहे हैं। इसमें मुख्य रूप से ग्राहक और समाज की भावना के साथ असंगति का खतरा शामिल है। साथ ही, climate change, cybersecurity threats, और emerging technologies भी CEOs के लिए लगातार चिंताएँ बनी हुई हैं।

AI और भू-राजनीतिक अनिश्चितता

भारतीय CEOs के लिए एक और बड़ी चुनौती artificial intelligence (AI) की दौड़ है। इसके साथ-साथ, geopolitical uncertainties और political instability जैसी बाहरी चुनौतियाँ भी व्यापार संचालन को जटिल बना रही हैं। इन चुनौतियों के कारण CEOs को अपनी रणनीतियों को तेजी से अनुकूल बनाना पड़ रहा है।

हाइब्रिड कार्य संस्कृति और कर्मचारियों का कौशल विकास

सर्वे से यह भी पता चला कि workforce upskilling और hybrid work culture जैसी आंतरिक चुनौतियाँ CEOs को अपनी योजनाओं में अधिक लचीलापन अपनाने के लिए मजबूर कर रही हैं। आज के समय में, CEOs को न केवल अपने stakeholder management पर ध्यान देना पड़ता है, बल्कि उन्हें medium-term growth को भी दृष्टिगत रखना पड़ता है।

चुनौतियों के बीच CEOs का आत्मविश्वास

सर्वे में एक सकारात्मक संकेत यह है कि 2023 के मुकाबले 2024 में भारतीय CEOs का आत्मविश्वास बढ़ा है। 80% CEOs ने विश्वास जताया है कि अगले तीन वर्षों में वैश्विक अर्थव्यवस्था के विकास की संभावनाएँ बेहतर होंगी, जो 2023 में 69% थी। इसके अलावा, 93% भारतीय CEOs ने अनुमान लगाया है कि उनकी कंपनी का headcount अगले तीन वर्षों में बढ़ेगा।

निष्कर्ष

KPMG 2024 India CEO Outlook सर्वे भारतीय CEOs के सामने उभरती चुनौतियों और उनके आत्मविश्वास दोनों का स्पष्ट चित्रण करता है। जबकि rising costs, cybersecurity, और talent shortages जैसी समस्याएँ व्यापार विकास के रास्ते में रोड़े अटका रही हैं, भारतीय CEOs का यह आत्मविश्वास कि वे इन चुनौतियों से निपटकर दीर्घकालिक विकास प्राप्त कर सकेंगे, एक सकारात्मक संकेत है। आने वाले वर्षों में जो कंपनियाँ सही technologies और talent में निवेश करेंगी, वे सतत और दीर्घकालिक विकास हासिल करने में सक्षम होंगी।

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