भारत में आईटी प्रतिभा पर बड़ा दांव खेल रहा Accenture

Accenture

आज के तेजी से बदलते आईटी क्षेत्र में, प्रतिभा और तकनीकी कौशल पर बड़ी कंपनियों की निर्भरता लगातार बढ़ रही है। इस संदर्भ में, Accenture जैसी अग्रणी कंपनी का भारत पर भरोसा कोई आश्चर्य की बात नहीं है। Accenture की सीईओ Julie Sweet के मुताबिक, कंपनी अपनी प्रतिभा रणनीति में कोई बदलाव नहीं कर रही है और बड़ी संख्या में भारतीय आईटी विशेषज्ञों की भर्ती कर रही है।

इस लेख में, हम आपको बताएंगे कि कैसे Accenture अपनी प्रतिभा रणनीति को भारत में स्थिर रखते हुए भारतीय आईटी विशेषज्ञों पर बड़ा दांव खेल रही है, और यह कदम कंपनी के विकास के लिए कितना महत्वपूर्ण है। आगे हम चर्चा करेंगे कि भारत में आईटी प्रतिभा पर यह निर्भरता Accenture की वैश्विक भर्ती योजना का हिस्सा कैसे है, कंपनी की मौजूदा और भविष्य की भर्ती योजनाओं के साथ-साथ GenAI जैसी तकनीक में उनकी भूमिका कैसी है।

Accenture की वैश्विक प्रतिभा रणनीति

Accenture, जो कि दुनिया की सबसे बड़ी आईटी और कंसल्टिंग कंपनियों में से एक है, अपनी वैश्विक कार्यबल संरचना में भारतीय आईटी पेशेवरों की अहम भूमिका देखती है। कंपनी के 7.7 लाख कर्मचारियों में से लगभग 57% कर्मचारी भारतीय हैं, जो कि लगभग तीन लाख से अधिक संख्या में हैं। यह दिखाता है कि भारत न केवल प्रतिभा के स्रोत के रूप में महत्वपूर्ण है, बल्कि कंपनी की वैश्विक रणनीति का एक अभिन्न हिस्सा भी है।

भर्ती योजना: ताजा प्रतिभाओं पर ध्यान

Julie Sweet ने अपनी निवेशकों के साथ हुई एक कॉल में बताया कि कंपनी मुख्य रूप से भारत में नई भर्तियों पर ध्यान दे रही है। Accenture की भर्ती योजना में नए कॉलेज ग्रेजुएट्स को जोड़ना और तकनीकी क्षेत्र में विशेषज्ञता को बढ़ावा देना शामिल है। इस साल कंपनी ने 41,484 नए कर्मचारियों को जोड़ा, जिसमें से 24,000 नई नियुक्तियां सिर्फ अगस्त तिमाही में की गईं। यह भर्ती योजना दिखाती है कि कंपनी भविष्य की तकनीकी जरूरतों को पूरा करने के लिए पहले से ही तैयारी कर रही है।

वित्तीय वर्ष 2025 में भर्ती और ग्रोथ

Accenture का वित्तीय वर्ष सितंबर से अगस्त तक चलता है, और 2025 के वित्तीय वर्ष में कंपनी ने अपने तकनीकी विस्तार और ग्रोथ के लिए विशेष योजना बनाई है। कंपनी ने बताया कि उनकी भर्ती प्रक्रिया में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा, बल्कि भारतीय आईटी विशेषज्ञों को और ज्यादा मौका दिया जाएगा। इससे न केवल कंपनी की विकास दर बढ़ेगी, बल्कि भारतीय आईटी प्रतिभाओं को भी बड़े स्तर पर अवसर मिलेंगे।

Generative AI में Accenture की बड़ी छलांग

एक और महत्वपूर्ण पहलू जिस पर Accenture जोर दे रहा है, वह है Generative AI (GenAI)। कंपनी ने हाल ही में GenAI में $1 बिलियन की बुकिंग की है, जो इसे भविष्य की सबसे बड़ी तकनीकी क्रांति मानती है। Julie Sweet ने कहा कि “हमारी सफल रणनीति और ग्राहकों के साथ मिलकर काम करने से हम 2025 के वित्तीय वर्ष में मजबूत ग्रोथ देखने की उम्मीद कर रहे हैं।”

Accenture का मानना है कि GenAI को पूरी तरह से लागू करने के लिए ग्राहकों को मजबूत डेटा इंफ्रास्ट्रक्चर की आवश्यकता होगी, क्योंकि यह GenAI की आधारशिला है। इस दिशा में कंपनी ने अपने ग्राहकों के लिए तकनीकी समाधान विकसित करने पर विशेष ध्यान दिया है।

चुनौतियां और आगे की राह

हालांकि Accenture के लिए चुनौतियां कम नहीं हैं। कंपनी के सामने सबसे बड़ी चुनौती है कि GenAI और अन्य तकनीकों को लागू करने के लिए ग्राहकों को मजबूत डेटा इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करना होगा। इसके बावजूद, कंपनी के पास अपने व्यापक अनुभव और तकनीकी विशेषज्ञता के साथ इन चुनौतियों का सामना करने की क्षमता है।

Accenture की भारत में भर्ती योजना और GenAI जैसी उभरती तकनीकों पर जोर यह दिखाता है कि कंपनी न केवल वर्तमान बल्कि भविष्य के लिए भी तैयार है। भारतीय आईटी विशेषज्ञों के साथ यह साझेदारी दोनों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है और Accenture की वैश्विक बाजार में स्थिति और भी मजबूत करेगी।

निष्कर्ष:

Accenture की भारत में बढ़ती आईटी प्रतिभाओं पर निर्भरता यह स्पष्ट करती है कि भारतीय आईटी पेशेवर वैश्विक तकनीकी विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। यह कदम न केवल Accenture को भविष्य के लिए मजबूत करेगा, बल्कि भारत में आईटी विशेषज्ञों के लिए भी नए अवसरों का द्वार खोलेगा।

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